STORYMIRROR

बचपन दुकानदार जिंदगी कर्म मोड़ इश्क़ चलते चलते यार बने फिरते हैं जाना है चलते लहरों को देखा है रिश्ते गालिब हिंदी कविता

Hindi चलते फिरते Poems